Elvish Yadav: सांपों की तस्करी मामले में आरोपी एल्विश को कोटा पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद छोड़ा, जानें क्या वजह हों सकती है

Elvish Yadav Arrested from Kota Rajasthan: एल्विश यादव को कोटा ग्रामीण पुलिस ने हिरासत में लिया था, पुलिस की नाकेबंदी देखकर एल्विश भाग रहा था, इसी दौरान पुलिस ने पीछा कर उसे पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि वह एल्विश यादव है।

रेव पार्टी में सांप का जहर इस्तेमाल करने के आरोप में नोएडा पुलिस जिस एल्विश यादव को ढूंढ रही है उसे राजस्थान की कोटा ग्रामीण पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि कोटा ग्रामीण पुलिस ने एल्विश को डिटेन किया था, लेकिन पूछताछ के बाद छोड़ दिया। उमेश मिश्रा ने कहा कि एल्विश हमारे यहां वांछित इसलिए छोड़ दिया।

वहीं अब जानकारी यह आ रही है कि नोएडा पुलिस इस मामले में राजस्थान पुलिस के दावे का खंडन कर रही है। बिग बॉस ओटीटी-2 विजेता एल्विश यादव को कोटा ग्रामीण पुलिस ने हिरासत में लिया था, पुलिस की नाकेबंदी देखकर एल्विश भाग रहा था, इसी दौरान पुलिस ने पीछा कर उसे पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि वह एल्विश यादव है।

एल्विश यादव के खिलाफ शुक्रवार को नोएडा के सेक्टर-49 में मुकदमा दर्ज हुआ था। उन पर जहरीले सांपों की तस्करी करने और गैर कानूनी रूप से रेव पार्टी आयोजित करवाने का आरोप लगा है।एल्विश यादव पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने सापों की तस्करी की है। वह इनके जहर का इस्तेमाल करते हैं। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 20 मिलीलीटर जहर और नौ जिंदा सांप बरामद किए गए हैं। सांसद और पशु अधिकार कार्यकर्ता मेनका गांधी ने एल्विश यादव की गिरफ्तारी की मांग की थी। 

एल्विश से पहले पांच आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
मामले में पकड़े गए आरोपियों की पहचान दिल्ली के राहुल (32), टीटूनाथ (45), जयकरन (50), नारायण (50) और रविनाथ (45) के रूप में हुई। इन्होंने पूछताछ में बताया कि वे इन सांपों व स्नैक वेनम का इस्तेमाल रेव पार्टी के लिए करते हैं।

इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
एल्विश यादव के अलावा अन्य आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं और आईपीसी की धारा-120बी के तहत केस दर्ज किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में जो धाराएं लगाई गईं हैं वो गैर जमानती हैं। इस मामले को लेकर एल्विश ने सफाई में कहा था कि उन पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं।

मेनका गांधी की संस्था के पदाधिकारी ने कराई थी एफआईआर
एल्विश समेत अन्य आरोपियों पर सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपल फॉर एनिमल में एनिमल वेलफेयर में ऑफिसर के पद पर कार्यरत गौरव गुप्ता ने एफआईआर कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया था कि यूट्यूबर एल्विश यादव अन्य सदस्यों के साथ मिलकर स्नेक वेनम और जिंदा सांपों के साथ वीडियो शूट कराते हैं और गैर कानूनी रूप से रेव पार्टियों को अंजाम देते हैं। जिसमें विदेशी युवतियों को बुलाकर स्नेक वैनम और नशीले पदार्थों का सेवन कराते हैं। जिसके बाद हमारे मुखबिर ने एल्विश यादव से संपर्क किया। एल्विश ने एक एजेंट का नंबर दिया, जिसका नाम उन्होंने राहुल बताया। मुखबिर ने राहुल से संपर्क करके पार्टी आयोजित करने के लिए बुलाया। जिसके सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस की मदद से आरोपियों को पकड़ा गया।

यूट्यूब-इंस्टाग्राम पर 30 मिलियन फॉलोअर्स
एल्विश यादव सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं, उनके 14.5 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। इंस्टाग्राम पर उनके 15.6 मिलियन फॉलोअर्स हैं। उन्होंने 2016 में यूट्यूब वीडियो बनानी शुरू की थी।
जिस पर उसने जब फेमस बॉलीवुड स्टार्स को रोस्ट करना शुरू किया तो वह वायरल हो गया, इसके बाद उसके फॉलोअर्स तेजी से बढ़ते चले गए। उनका एल्विश यादव व्लॉग्स नाम से एक और यूट्यूब चैनल है, जहां उनके लगभग 7.5 मिलियन सब्सक्राइबर हैं।
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