Delhi Weather Forecast: दशहरे पर दिल्ली में होगी बारिश
Delhi-NCR Rain & Weather Forecast: मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में 4 अक्टूबर को शाम में बूंदाबादी हो सकती है। 5 अक्टूबर से बारिश बढ़ जाएगी। रावण दहन में समस्या आ सकती है।
दशहरे यानी 5 अक्टूबर को कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। ऐसे में रावण दहन को लेकर आयोजकों की परेशानियां बढ़ गई हैं। एक्सपर्ट के अनुसार, सुबह व दोपहर के समय बारिश होने की उम्मीद कम है। दोपहर बाद कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। कुछ जगहों पर यह बौछारों के रूप में भी आ सकती हैं। दशहरे से एक दिन पहले 4 अक्टूबर को भी शाम के समय एक दो जगहों पर बूंदाबांदी के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 5 अक्टूबर से बारिश बढ़ेगी और आठ अक्टूबर तक यह रुक-रुक का होती रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री रहा। यह सामान्य से एक डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री रहा। हवा में नमी का स्तर 47 से 95 प्रतिशत तक रहा। सोमवार को मौसम साफ रहेगा। अधिकतम तापमान 35 और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।
दिल्ली-एनसीआर में इस हफ्ते मौसम कैसा रहेगा?
पूर्वानुमान के अनुसार, 4 अक्टूबर को दोपहर के समय गर्मी कुछ बढ़ जाएगी। तापमान 36 डिग्री तक जा सकता है। न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री को छू लेगा। शाम के समय एक दो स्थानों पर बूंदाबांदी की संभावना है। इसके बाद 5 अक्टूबर से बारिश कुछ बढ़ेगी। शाम के समय हल्की बारिश होगी। ऐसे में यह रावण दहन के कार्यक्रमों को प्रभावित कर सकती है। बहुत तेज बारिश की संभावना नहीं है। तापमान इस दिन 34 डिगी के आसपास रहेंगे। 6 अक्टूबर को हल्की और 7 अक्टूबर को मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसकी वजह से तापमान में भारी गिरावट होगी। यह 29 से 30 डिग्री पर पहुंच जाएगे। 8 अक्टूबर को भी मध्यम बारिश की संभावना है।
बढ़ सकती है रामलीला आयोजकों की परेशानी
स्काईमेट के महेश पलावत के अनुसार, संभावना काफी कम है कि 4 अक्टूबर को बारिश होगी। बादल छाए रह सकते हैं। एक दो जगहों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं, 5 अक्टूबर को सुबह से ही बादल रहेंगे। बारिश सुबह के समय भी होने के हल्के आसार है। शाम के समय बूंदाबांदी होगी। यह बहुत तेज तो नहीं होगी, लेकिन पुतले जलाने में परेशानी खड़ी कर सकती है।
रामलीला आयोजकों के अनुसार वह उम्मीद कर रहे हैं कि रावण दहन के दिन बारिश न हो। रावण के पुतले कुछ देरी से खड़े किए जाएंगे। उन पर प्लास्टिक कवर लगाए जाएंगे, ताकि वह गीले न हों। लेकिन दहन के समय बारिश हुई तो परेशानियां काफी अधिक बढ़ सकती हैं।