पीएफआई पर छापों में बम बनाने की किताबें,
जांच एजेंसियों ने दावा किया है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, यानी पीएफआई के सदस्यों से ज़ब्त किए गए सामान में बम बनाने से जुड़ी किताबें, IED बनाने की सामग्री भी शामिल थी. पीएफआई पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ‘आतंकवादी लिंक’ का हवाला देते पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है. लोगों को अधिकारों के बारे में जागरूक करने का दावा करने वाले इस्लामिक संगठन पीएफआई के ठिकानों पर पिछले दो सप्ताह में एनआईए और ED की रेड्स का सामना करना पड़ा, जिसके दौरान 300 से अधिक गिरफ़्तारियां भी हुईं. बुधवार सुबह ही केंद्रीय गृहमंत्रालय ने पीएफआई तथा सभी सहयोगी संगठनों पर पाबंदी की अधिसूचना जारी की.
एजेंसी अधिकारियों का दावा है,
जांच एजेंसियों ने दावा किया है कि, जिसमें सरलता से मिलने वाली सामग्री का इस्तेमाल कर IED बनाने से जुड़ी किताबें शामिल थीं. एजेंसी अधिकारियों का दावा है, “ऐसा ही एक दस्तावेज़ उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से पीएफआई नेता मोहम्मद नदीम के पास से बरामद किया गया है…”
उन्होंने कहा,
उन्होंने कहा, “आसानी से उपलब्ध सामग्री का उपयोग कर IED कैसे बनाया जाए, इस पर एक संक्षिप्त पाठ्यक्रम” शीर्षक वाला दस्तावेज़ उत्तर प्रदेश के खदरा के पीएफआई नेता अहमद बेग नदवी से भी बरामद किया गया.
एजेंसियों द्वारा जारी किए गए एक नोट में कहा गया,
एजेंसियों द्वारा जारी किए गए एक नोट में कहा गया, “पीएफआई और उसके विभिन्न फ्रंट संगठनों की देश के 17 से अधिक राज्यों में मौजूदगी थी (और) पुलिस और एनआईए द्वारा विभिन्न राज्यों में पीएफआई और उसके फ्रंट संगठनों के कैडरों के खिलाफ 1,300 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे…”, हालांकि ज़्यादा तफ़्सील और केस की मौजूदा स्थिति साझा नहीं की गई.