Auto Taxi Fare Hike: दिल्ली में बढ़ने वाला है ऑटो-टैक्सी का भाड़ा, नई किराया सूची देखिए
: राजधानी में ऑटो और टैक्सी बुक करना महंगा होने वाला है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने किराया पुनरीक्षण समिति की सिफारिशों को मंजूरी दे दी है। समिति ने मई में किराया बढ़ाने से जुड़ी सिफारिशें सौंपी थीं। अगर हूबहू सिफारिशें लागू की गईं तो तिपहिया वाहनों में पहले किलोमीटर के लिए 25 रुपये के बजाय 30 रुपये चुकाने होंगे। उसके बाद हर किलोमीटर के लिए 9.50 रुपये के बजाय 11 रुपये देंगे होंगे। टैक्सियों का मीटर डाउन 25 रुपये में दो किलोमीटर के बजाय 40 रुपये में होगा। इसके बाद नॉन-एसी टैक्सियां प्रति किलोमीटर 14 के बजाय 17 रुपये वसूल सकेंगी। एसी टैक्सियों के लिए प्रति किलोमीटर किराया 16 रुपये की जगह 20 रुपये हो जाएगा। हालांकि, आखिरी फैसला मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली कैबिनेट करेगी। दिल्ली में आखिरी बार ऑटो किराए की दरें 2019 में बदली गई थीं। टैक्सियों का भाड़ा आखिरी बार 2013 में बढ़ाया गया था।
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के अनुसार, दिल्ली में 92,649 ऑटो चलते हैं जबकि 80,669 टैक्सियां हैं। ऑटो और टैक्सी ड्राइवर्स की यूनियनें लंबे वक्त से ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी का हवाला देकर किराया बढ़ाने की मांग कर रही थीं। हड़ताल की चेतावनी पर दिल्ली सरकार ने 15 अप्रैल को किराया बढ़ाने पर विचार के लिए कमिटी बना दी। कमिटी ने में यूनियनों के प्रतिनिधियों के अलावा ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के अधिकारी और यात्रियों को भी शामिल किया गया।
Ola, Uber के किराये पर भी असर होगा?
ओला और उबर जैसी कैब सर्विसिज दिल्ली की टैक्स और ऑटो स्कीम के दायरे में नहीं आतीं। हालांकि कैब के किराये पर कंट्रोल के लिए भी एक स्कीम तैयार की जा रही है। अप्रैल 2022 में उबर ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के लिए किराये की दरों में 12% का इजाफा किया था। ओला ने अपने किराये में बढ़ोतरी को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की।
दिल्ली में किराया बढ़ाकर गुजरात और हिमाचल साधेगी AAP?
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली और बाकी जगह ऑटो-टैक्सी ड्राइवर्स में वोट बैंक तैयार किया है। दिल्ली की AAP सरकार अगर किराया बढ़ाती है तो इसका राजनीतिक फायदा चुनावी राज्यों में उठा सकती है। पिछले दिनों सीएम अरविंद केजरीवाल ने अहमदाबाद में एक ऑटो वाले के यहां खाना भी खाया था।